जमीन से सर्दियों में पानी गर्म और गर्मियों में पानी ठंडा क्यों आता है? ये है पूरा सच by Suryansh Shukla
जमीन के अंदर जो भी पानी हैए यानी ग्राउंडवॉटर उस पर गर्मी या सर्दी का कोई असर नहीं होता है इस पानी पर बाहर के वातावरण का जरा भी प्रभाव नहीं पड़ता है यानी जमीन के नीचे जो पानी है उसका तापमान हमेशा एक सा ही रहता है
एक जैसा ही होता है पानी का तापमान
जमीन के अंदर जो भी पानी है, यानी ग्राउंडवॉटर, उस पर गर्मी या सर्दी का कोई असर नहीं होता है. इस पानी पर बाहर के वातावरण का जरा भी प्रभाव नहीं पड़ता है. यानी जमीन के नीचे जो पानी है उसका तापमान हमेशा एक सा ही रहता है. अब आप सोचेंगे कि अगर ऐसा है तो फिर गर्मी में पानी ठंडा और सर्दियों में पानी गर्म क्यों लगता है? दरअसल सर्दियों में वातावरण का तापमान बहुत कम होता है. जबकि जमीन के नीचे जो पानी है वो बिल्कुल वैसा ही रहता है.
इसलिए ठंडा-गर्म लगता है पानी
जब आप बाहर के तापमान में रहते हैं तो आपके शरीर का तापमान पानी के तापमान से बहुत कम होता है. अब जब आप पानी की मोटर चलाते हैं तो आपका हाथ इस पर पड़ता है और उसका टेम्प्रेचर कम है. शरीर के तापमान से ज्यादा पानी का तापमान होता है और इसलिए इसे छूने पर आपको ये पानी गर्म लगता है. इसी तरह से गर्मियों में इससे बिल्कुल उल्टा होता है. वातावरण का तापमान और आपके शरीर का तापमान जमीन के अंदर मौजूद पानी से बहुत ज्यादा होता है. इस वजह से जो पानी आता है वो आपको ठंडा लगता है. हालांकि कई वैज्ञानिक इस तर्क को मानने से इनकार कर देते हैं
हैं कुछ और थ्योरीज भी
कुछ वैज्ञानिक ऐसा भी मानते हैं कि जमीन के अंदर निचली सतहों में गर्म लावा होता है. ऐसे में जब पानी इनके ऊपर से गुजरता है तो वो गर्म हो जाता है. येल्लोस्टोन नेशनल पार्क वो जगह है जहां पर गर्म पानी फव्वारे की शक्ल में जमीन से बाहर निकलता है. इसी तरह से बिहार में कुछ जगहों पर गर्म पानी निकलता है. कहते हैं कि इन इलाकों में सल्फर की खानें हैं और इस वजह से पानी गर्म रहता है. वहीं न्यूजीलैंड में कई जगहों पर जमीन के काफी नीचे ज्वालामुखी हैं. इनके ऊपर का पानी गर्म हो जाता है और यहां के तमाम प्राकृतिक फव्वारे 500 मीटर ऊपर तक पानी फेंकते हैं. कुछ फव्वारों का पानी इतना गर्म होता है कि उसमें नहाया नहीं जा सकता.
एक टिप्पणी भेजें
Thanks for Reading !